भगवान सूर्य का एक ऐसा कल्याणमय स्तोत्र, जो भगवान भास्कर के पवित्र, शुभ एवं गोपनीय नाम हैं। यह शरीर को निरोग बनाने वाला, धन की वृद्धि करने वाला और यश फैलाने वाला स्तोत्रराज है। इसकी तीनों लोकों में प्रसिद्धि है।
↧